Delhi: आयुष्मान भारत प्रधानमंत्री-जन आरोग्य योजना (एबी पीएम-जेएवाई) ने 12 जनवरी, 2024 को 30 करोड़ आयुष्मान कार्ड बनाने की बड़ी सफलता हासिल की है। इस प्रमुख योजना को राष्ट्रीय स्वास्थ्य प्राधिकरण (एनएचए) कार्यान्वित कर रहा है। इसका लक्ष्य 12 करोड़ लाभार्थी परिवारों को माध्यमिक और तृतीयक देखभाल अस्पताल में भर्ती के लिए प्रति परिवार 5 लाख रुपये प्रति वर्ष का स्वास्थ्य कवर प्रदान करना है।
आयुष्मान भारत पीएम-जेएवाई के तहत आयुष्मान कार्ड का निर्माण सबसे बुनियादी गतिविधि है और यह सुनिश्चित करने के लिए लगातार ठोस प्रयास किए जा रहे हैं कि योजना के तहत प्रत्येक लाभार्थी के पास आयुष्मान कार्ड हो। लगातार प्रयासों के परिणामस्वरूप, इस योजनाके तहत 30 करोड़ आयुष्मान कार्ड बनाने की उपलब्धि हासिल हो चुकी है। पिछले दो वित्तीय वर्षों के दौरान ही 16.7 करोड़ से अधिक आयुष्मान कार्ड बनाए गए हैं। आज की तारीख में वर्ष 2023-24 के दौरान 7.5 करोड़ से ज्यादा आयुष्मान कार्ड बनाए जा चुके हैं। इसका मतलब है कि हर मिनट लगभग 181 आयुष्मान कार्ड बनाए जा रहे हैं।
भारत सरकार की विभिन्न योजनाओं को सभी तक पहुंचाना सुनिश्चित करने के इरादे से 15 नवंबर, 2023 को शुरू की गई विकासशील भारत संकल्प यात्रा के दौरान दी जाने वाली ऑन-स्पॉट सेवाओं में आयुष्मान कार्ड निर्माण भी शामिल है। इस अभियान से जमीनी स्तर पर कार्ड निर्माण में तेजी लाने में काफी मदद मिली है। इस यात्रा के दौरान 2.43 करोड़ से अधिक आयुष्मान कार्ड बनाए गए हैं। इसके अलावा, विभिन्न स्वास्थ्य योजनाओं को सभी तक पहुंचाना सुनिश्चित करने के लिए स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय द्वारा शुरू किए गए आयुष्मान भव अभियान (17 सितंबर 2023 को लॉन्च) के दौरान 5.6 करोड़ से अधिक आयुष्मान कार्ड बनाए गए हैं।
इसके अलावा, आयुष्मान भारत पीएम-जेएवाईके तहत 6.2 करोड़ से अधिक लोगों को अस्पताल में भर्ती की सुविधा दी गई। जिस पर79,157 करोड़रुपये से अधिक का खर्च आया। यदि लाभार्थियों ने एबी पीएम-जेएवाई के दायरे से बाहर अपने दम पर समान उपचार का लाभ उठाया होता, तो उपचार की कुल लागत लगभग 2 गुना अधिक हो जाती।इस प्रकार, गरीबों और वंचित परिवारोंके जेब खर्च से 1.25 लाख करोड़ रुपये से अधिक की बचत हुई।
योजना के बारे में अधिक जानकारी के लिए यहां क्लिक करें: https://dashboard.pmjay.gov.in/pmj/#/