नई दिल्ली: इंडियन रेलवे ने अपने टोटल ब्रॉडगेज नेटवर्क के इलेक्ट्रिफिकेशन की महत्वाकांक्षी योजना प्रारम्भ की है। इसके तहत भारतीय रेल देशभर में कुल ब्रॉडगेज नेटवर्क का लगभग 82% में इलेक्ट्रिफिकेशन का काम पूरा कर लिया है। इस योजना से न केवल बेहतर ईंधन ऊर्जा का उपयोग होगा, जिससे उत्पादन बढ़ेगा, ईंधन खर्च में कमी आएगी, बल्कि मूल्यवान विदेशी मुद्रा की भी बचत होगी।
वित्त वर्ष 2022-23 के दौरान अक्टूबर, 2022 तक भारतीय रेल ने 1223 रूट किलोमीटर के विद्युतीकरण का काम कर लिया है। वित्त वर्ष 2021-22 की समानावधि के दौरान 895 रूट किलोमीटर का विद्युतीकरण हुआ था। यह पिछले वर्ष की समान अवधि के आंकड़े से 36.64 प्रतिशत अधिक है।
यह महत्वपूर्ण है कि भारतीय रेल के इतिहास में 2021-22 के दौरान 6,366 रूट किलोमीटर का रिकॉर्ड विद्युतीकरण किया गया। इससे पहले, 2020-21 के दौरान सबसे अधिक विद्युतीकरण 6,015 रूट किलोमीटर का हुआ था।
31.10.2022 तक भारतीय रेल के ब्रॉडगेज नेटवर्क 65,141 रूट किलोमीटर (केआरसीएल सहित) में से 53,470 ब्रॉडगेज रूट किलोमीटर का विद्युतीकरण किया गया है, जो कुल ब्रॉडगेज नेटवर्क का 82.08 प्रतिशत है।
Indian Railways में इलेक्ट्रिफिकेशन से प्रदुषण कम होगा साथ हीं फॉज़िल फ्यूल \पर निर्भरता काम होगी।