New Delhi: केन्द्रीय सूचना और प्रसारण मंत्री अनुराग ठाकुर, केन्द्रीय नागर विमानन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया और केन्द्रीय नागर विमानन राज्यमंत्री जनरल वी.के. सिंह ने रविवार को इंडिगो एयरलाइन की दिल्ली-धर्मशाला-दिल्ली की पहली उड़ान को झंडी दिखाई।

इस अवसर पर बोलते हुए केन्द्रीय सूचना और प्रसारण मंत्री अनुराग ठाकुर ने हिमाचल प्रदेश में इंडिगो की कनेक्टिविटी की सुविधा प्रदान करने के लिए नागर विमानन मंत्रालय के प्रति आभार व्यक्त किया और कहा कि इंडिगो इस पहाड़ी राज्य में उड़ान भरे बिना सही मायने में राष्ट्रीय एयरलाइन नहीं बन सकती थी। श्री ठाकुर ने एक बड़े हवाई अड्डे की जरूरत को रेखांकित किया। उन्होंने कहा कि वर्तमान में देशभर से हिमाचल आने वाले यात्रियों को दिल्ली जाना पड़ता है और फिर वहां से संबंधित राज्य के लिए कनेक्टिंग फ्लाइट पकड़नी पड़ती है। एक बड़ा हवाई अड्डा यात्रियों को सीधी निर्बाध कनेक्टिविटी की सुविधा प्रदान करेगा।

केन्द्रीय राज्यमंत्री जनरल वी. के. सिंह ने अपने संबोधन में कहा कि धर्मशाला हवाई अड्डा 1990 में अपनी पहली उड़ान का साक्षी बना था। आगे चलकर इसके कामकाज का विस्तार हुआ और अब इसके पास 1376 मीटर लम्बा रनवे है। केन्द्रीय राज्यमंत्री ने कहा कि जगह की सुविधा उपलब्ध होने पर इस रनवे की लंबाई को और बढ़ाया जा सकता है। उन्होंने कहा कि दलाई लामा की उपस्थिति के कारण इस हवाई अड्डे पर बहुत अधिक यातायात देखा जाता है और यह हवाई अड्डा पूरे उत्तर-पश्चिमी हिमाचल प्रदेश को हवाई संपर्क प्रदान करता है। इंडिगो की यह उड़ान और अधिक संख्या में पर्यटकों को हिमाचल लेकर आएगी जिससे राज्य के लोगों को बहुत लाभ होगा।

सभा को संबोधित करते हुए, केन्द्रीय नागर विमानन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने कहा कि नागर विमानन के क्षेत्र में पिछले 65 वर्षों में जितनी सुविधा हासिल नहीं हुई, उतनी सुविधा पिछले नौ वर्षों के दौरान 148 हवाई अड्डों, वाटरड्रोम एवं हेलीपोर्ट के निर्माण के जरिए हासिल की गई है। उन्होंने कहा कि नागर विमानन मंत्रालय अगले तीन से चार वर्षों के भीतर इस संख्या को बढ़ाकर 200 से अधिक करने के लक्ष्य को हासिल करने की दिशा में काम कर रहा है। यह प्रयास बड़े मेट्रो हवाई अड्डों के साथ-साथ देश के अंतिम छोर तक कनेक्टिविटी प्रदान करने वाले दूरदराज के हवाई अड्डों को समान महत्व प्रदान करेगा।

इंडिगो एयरलाइन दिल्ली से धर्मशाला के लिए प्रतिदिन उड़ानें संचालित करेगी। इस नए उड़ान क्षेत्र से इंडिगो की दैनिक उड़ानों की संख्या 1795 हो गयी है और प्रस्थान के मामले में यह दुनिया की सातवीं सबसे बड़ी एयरलाइन बन गयी है।

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