New Delhi: देश के उच्च न्यायालयों के परिसरों में जस्टिस क्लॉक्स के रूप में प्रचलित डिजिटल संकेतक प्रणाली (इलेक्ट्रॉनिक साइनेज सिस्टम) लगाई जा रही है। इस पहल से लोगों को अदालतों से संबंधित प्रमुख मापदंडों की सूचना मिलेगी और न्याय प्रणाली के महत्वपूर्ण आंकड़ों के प्रदर्शन से जागरूकता आएगी।
इससे पहले गुजरात देश का पहला राज्य बना जहां हाई कोर्ट परिसर में ‘जस्टिस क्लॉक’ लगाया गया, यहां हाई कोर्ट परिसर के भीतर एक बाहरी डिस्प्ले ‘जस्टिस क्लॉक’ लगाया गया। इस दौरान जस्टिस चंद्रचूड़ ने कहा कि टेक्नोलॉजी के उपयोग और मानव हस्तक्षेप के बीच एक स्वस्थ संतुलन बनाए रखा जाना चाहिए। हमें समझना चाहिए कि टेक्नोलॉजी बदलाव का सूत्रधार है, लेकिन बदलाव का चालक मानव मन रहा है और होना चाहिए।
आगे उन्होंने कहा कि हम न्याय के मानवीय चेहरे को कभी नहीं भूल सकते हैं, जो सभी टेक्नोलॉजी के पीछे है। गुजरात हाई कोर्ट की नई पहल की सराहना करते हुए उन्होंने कहा कि हाई कोर्ट, केंद्र और राज्य सरकारों और अन्य सेवा प्रदाताओं के बीच निरंतर विचार-विमर्श, कोआर्डिनेशन और कोऑपरेशन के माध्यम से न्यायपालिका की तकनीकी सक्षमता को संभव बनाया गया है।