New Delhi: राजस्व आसूचना निदेशालय (डीआरआई) ने भारतीय तट रक्षक (आईसीजी) और रामनाथपुरम स्थित सीमा शुल्क निवारक इकाई (सीपीयू) के साथ एक संयुक्त अभियान के तहत तमिलनाडु स्थित मंडपम के वेधलाई तट के पास मध्य समुद्र में 4.9 किलोग्राम विदेशी मूल का सोना जब्त किया है।

राजस्व आसूचना निदेशालय के अधिकारियों को इस संबंध में यह विशिष्ट खुफिया जानकारी प्राप्त हुई थी कि मछली पकड़ने वाली नाव का उपयोग करने वाला एक गिरोह रामनाथपुरम जिले में वेधलाई तट के जरिए श्रीलंका से भारत में विदेशी मूल के सोने की तस्करी कर रहा है। इसके अनुरूप डीआरआई और आईसीजी के अधिकारियों ने 3 व 4 अप्रैल की मध्यरात्रि को मंडपम के पास वेधलाई तटीय क्षेत्र में मछली पकड़ने वाली संदिग्ध नौकाओं की आवाजाही पर निगरानी रखी। इस दौरान 4 अप्रैल की सुबह अधिकारियों ने मध्य समुद्र में एक संदिग्ध नाव की पहचान की और आईसीजी पोत से उसका पीछा करने के बाद उसे रोक लिया। अधिकारियों ने नाव के पकड़े जाने से ठीक पहले देखा कि उक्त संदिग्ध नाव सवार व्यक्तियों में से एक ने एक खेप समुद्र में फेंक दी।

उक्त देशी नाव पर तीन व्यक्ति सवार थे और पूछताछ के दौरान उन्होंने यह स्वीकार किया कि समुद्र में फेंकी गई खेप में श्रीलंका से तस्करी कर लाया गया विदेशी मूल का सोना था। उन्होंने आगे बताया कि इस खेप को श्रीलंका से एक नाव से गहरे समुद्र में प्राप्त किया था।

इस बीच सीपीयू-रामनाथपुरम के अधिकारी भी एक नाव पर सवार होकर उस स्थान को सुरक्षित कर लिया, जहां तस्करी का सोना समुद्र में फेंका गया था और इसके बाद तलाशी अभियान शुरू किया गया। इसके तहत 5 अप्रैल की दोपहर को समुद्र तल पर व्यापक तलाशी अभियान के बाद तस्करी का सोना बरामद किया गया। समुद्र तल से प्राप्त इस खेप को खोलने पर पता चला कि 3.43 करोड़ रुपये मूल्य की 4.9 किलोग्राम वजन वाली विभिन्न आकार की कच्चे सोने की छड़ों को एक तौलिये में पैक किया गया था। इसे छिपाए जाने के लिए समुद्र के अंदर फेंक दिया गया। डीआरआई के अधिकारियों ने तस्करी कर लाए गए विदेशी मूल के उक्त 4.9 किलोग्राम सोने को जब्त कर लिया है। साथ ही तीनों व्यक्तियों को गिरफ्तार कर उनसे पूछताछ की जा रही है।

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