नई दिल्ली: केन्द्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्री श्री अमित शाह ने अपनी दो दिन की पश्चिम बंगाल यात्रा के पहले दिन आज भारत-बांग्लादेश सीमा पर सुंदरबन के दुर्गम क्षेत्र की सुरक्षा के लिए बनवाई गयी नर्मदा, सतलुज व कावेरी फ्लोटिंग सीमा चौकियों (BOP) का उद्घाटन किया। श्री अमित शाह ने फ्लोटिंग बोट एम्बुलेंस को फ्लेग ऑफ किया और मैत्री संग्राहलय की आधारशिला रखी। गृह मंत्री ने भारत-बांग्लादेश सीमा के हरिदासपुर BOP पर ‘सीमा प्रहरी सम्मेलन’ को संबोधित भी किया। इस अवसर पर केन्द्रीय मंत्री श्री निशिथ प्रमाणिक और श्री शांतनु ठाकुर तथा सीमा सुरक्षा बल (BSF) के महानिदेशक समेत अनेक गणमान्य व्यक्ति उपस्थित थे।

अपने सम्बोधन में केन्द्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्री ने कहा कि मैं जब भी केन्द्रीय सशस्त्र पुलिस बलों के जवानों के बीच आता हूँ तो हमेशा एक नई ऊर्जा और चेतना लेकर जाता हूँ। चाहे राजस्थान के रेगिस्तान हों, कच्छ का क्रीक हो या फिर पश्चिम बंगाल के सुंदरवन में मगरमच्छों के बीच घुसपैठ रोकना, आपका यह जज़्बा और जुनून पूरे देश को सुरक्षित रखता है। उन्होने कहा कि बीएसएफ़ के जवानों के परिश्रम, त्याग, बलिदान और शोर्य के साथ ही उन्हें आधुनिक तकनीक से लैस करने की जरूरत है और बॉर्डर सुरक्षा के लिए हम उसे दुनिया भर की आधुनिक से आधुनिक तकनीक उपलब्ध करवा रहे हैं। इसी के तहत आज सतलुज, कावेरी और नर्मदा तीन फ्लोटिंग बीओपी को राष्ट्र को समर्पित की गई हैं। मोदी जी की आत्मनिर्भर भारत की कल्पना के अनुरूप कोच्चि शिपयार्ड ने इनका निर्माण किया है। एक बीओपी की लागत 38 करोड़ रुपये है और इसका वजन लगभग 53000 मेट्रिक टन है। सभी आधुनिक सुविधाओं और सुरक्षा उपकरणों से लैस इन BOP के अगले हिस्से को हमारे जवानों की सुरक्षा के लिए बुलेट प्रूफ बनाया गया है। साथ ही खाने पीने की भरपूर चीजों की व्यवस्था भी की गई है। यह बीओपी एक महीने तक पेट्रोल और डीजल लिए बगैर DG सेट के साथ तैरती रह सकती है। उन्होने कहा कि सुंदरवन बहुत संवेदनशील क्षेत्र है। एक बीओपी के साथ 6 छोटी बोट भी हैं और इसमें घुसपैठ और तस्करी दोनों को रोकने के लिए पर्याप्त व्यवस्था की गई है।

गृह मंत्री ने कहा कि यह प्रसन्नता की बात है कि बीएसएफ में अब महिलाओं की भी तैनाती होने लगी और वे गर्व से पुरुषों के साथ कंधे से कंधा मिलाकर मां भारती की रक्षा कर रही है। महिलाओं के लिए अलग बैरक की रचना और उनकी सभी सुविधाओं का ख्याल रखने के लिए भारत सरकार ने एक पाँच वर्षीय कार्यक्रम बनाया है। गृह मंत्री ने कहा कि आप अपने जीवन के जो स्वर्णिम वर्ष भारत माता की सेवा के लिए दे रहे हैं इसका कोई मोल तो नहीं हो सकता परंतु मैं विश्वास दिलाना चाहता हूँ कि भारत सरकार आपके और आपके परिवार की सभी तकलीफों को दूर करने के लिए कोई कमी नहीं छोड़ेगी

Spread the love

Leave a Reply

Your email address will not be published.

Don`t copy text!