पटना: एनडीए से मंगलवार को बाहर निकलने के एक दिन बाद बुधवार को जनता दाल यूनाइटेड फिर से एक नई सरकार का गठन किया। अब बिहार में NDA की जगह महागठबंधन की सरकार है। इस नई सरकार में मुख्यमंत्री वही रहे लेकिन उपमुख्यमंत्री बदले जा चुके।
राजभवन में एक समारोह में नीतीश कुमार ने महागठबंधन की नई सरकार के मुख्यमंत्री जबकि तेजस्वी यादव ने उपमुख्यमंत्री के रूप में शपथ ग्रहण किया।
नई सरकार के गठन के दौरान नीतीश कुमार ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का नाम लिए बगैर उनपर कटाक्ष करते हुए कहा कि वह 2014 में जीते थे, लेकिन अब उन्हें 2024 की चिंता करनी चाहिए। वहीं भाजपा ने उन पर “आदतन विश्वासघाती” होने का आरोप लगाया है। भाजपा कोर कमेटी की बैठक के बाद जारी एक बयान में, पार्टी ने घोषणा की कि वह बुधवार को सभी जिलों में जद (यू) नेता द्वारा “विश्वासघात” के खिलाफ बड़े पैमाने पर विरोध (महाधरना) करेगी।
उधर भाजपा ने इस नई सरकार को अल्पकालिक बताते हुए 2025 में अपना कार्यकाल पूरा करने से पहले गिर जाने की बात कही। भाजपा के इस दावे को खारिज करते हुए नीतीश ने कहा कि बिहार में नई सरकार ठीक चलेगी।
पूर्व केंद्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद ने जद (यू) नेता द्वारा रुख बदलने पर सवाल उठाते हुए कहा की नीतीश कुमार ने बिहार में राजद और कांग्रेस के सहयोग से महागठबंधन के साथ एक नई सरकार बनाने के लिए अपनी सहयोगी भाजपा को छोड़ दिया, साथ ही उन पर “भ्रष्टाचार और कांग्रेसवाद” का पक्ष लेने का भी आरोप लगाया।