नई दिल्ली: प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने आज कोविड-19 की स्थिति की समीक्षा करने के लिए मुख्यमंत्रियों के साथ बातचीत की।
प्रधानमंत्री ने कहा कि लंबे समय के बाद स्कूल खुले हैं और कुछ माता-पिता कुछ जगहों पर मामलों की बढ़ती संख्या से चिंतित हैं। उन्होंने संतोष व्यक्त किया कि अधिक से अधिक बच्चों को वैक्सीन मिल रही है। उन्होंने कहा कि मार्च में 12-14 वर्ष की उम्र के लिए टीकाकरण का अभियान शुरू किया गया था और कल ही 6-12 वर्ष के बच्चों के लिए कोवैक्सीन के टीके की अनुमति दी गई है। प्रधानमंत्री ने कहा, “हमारी प्राथमिकता सभी योग्य बच्चों का जल्द से जल्द टीकाकरण करना है। इसके लिए पहले की तरह स्कूलों में भी विशेष अभियान चलाने की जरूरत होगी। शिक्षकों और अभिभावकों को इसके बारे में पता होना चाहिए।” वैक्सीन सुरक्षा कवच को मजबूत करने के लिए देश में सभी वयस्कों के लिए एहतियाती खुराक उपलब्ध है। उन्होंने कहा कि शिक्षक, माता-पिता और अन्य पात्र लोग एहतियाती खुराक ले सकते हैं।
PM: ट्रिपल “T” यानि टेस्ट, ट्रैक और ट्रीट की रणनीति लागू करना होगा
प्रधानमंत्री ने कहा कि तीसरी लहर के दौरान, भारत में प्रति दिन 3 लाख मामले देखे गए और सभी राज्यों ने स्थिति को संभाला तथा सामाजिक एवं आर्थिक गतिविधियों को भी जारी रखने की अनुमति दी। उन्होंने कहा, भविष्य में भी हमारी रणनीति में इस संतुलन की झलक होनी चाहिए। प्रधानमंत्री ने कहा कि वैज्ञानिकों और विशेषज्ञों द्वारा स्थिति पर लगातार नजर रखी जा रही है और हमें उनके सुझावों पर सक्रिय रूप से काम करना होगा। उन्होंने कहा, “शुरुआत में संक्रमण को रोकना हमारी प्राथमिकता थी और अब भी ऐसा ही रहना चाहिए। हमें टेस्ट, ट्रैक और ट्रीट की अपनी रणनीति को उसी प्रभाव के साथ लागू करना होगा।”