New Delhi: मई 2024 के महीने के लिए सकल वस्तु एवं सेवा कर (जीएसटी) राजस्व 1.73 लाख करोड़ रुपये रहा। इसमें वर्ष-दर-वर्ष 10 प्रतिशत वृद्धि दर्ज की गई, जो घरेलू लेनदेन में मजबूत वृद्धि (15.3 प्रतिशत वृद्धि) और आयात में कमी (4.3 प्रतिशत) दर्शाता है। रिफंड के बाद, मई 2024 के लिए शुद्ध जीएसटी राजस्व 1.44 लाख करोड़ रुपये है, जो पिछले वर्ष की इसी अवधि की तुलना में 6.9 प्रतिशत की वृद्धि को दर्शाता है।

मई 2024 के संग्रह का विवरण:

• केंद्रीय वस्तु एवं सेवा कर (सीजीएसटी): 32,409 करोड़ रुपये;

• राज्य वस्तु एवं सेवा कर (एसजीएसटी): 40,265 करोड़ रुपये;

• एकीकृत वस्तु एवं सेवा कर (आईजीएसटी): 87,781 करोड़ रुपये, जिसमें आयातित वस्तुओं पर एकत्र 39,879 करोड़ रुपये भी शामिल है;

• उपकरः 12,284 करोड़ रुपये, जिसमें आयातित वस्तुओं पर एकत्र किए गए 1,076 करोड़ शामिल हैं।

वित्त वर्ष 2024-25 में मई 2024 तक सकल जीएसटी संग्रह 3.83 लाख करोड़ रुपये रहा। यह वर्ष-दर-वर्ष 11.3 प्रतिशत की प्रभावशाली वृद्धि दर्शाता है, जो घरेलू लेनदेन में मजबूत वृद्धि (14.2 प्रतिशत) और आयात में मामूली वृद्धि (1.4 प्रतिशत) से संभव हुआ है। रिफंड के बाद, वित्त वर्ष 2024-25 में मई 2024 तक शुद्ध जीएसटी राजस्व 3.36 लाख करोड़ रुपये है, जो पिछले वर्ष की इसी अवधि की तुलना में 11.6 प्रतिशत की वृद्धि दर्शाता है।

मई, 2024 के महीने में केंद्र सरकार ने 67,204 करोड़ रुपये के शुद्ध आईजीएसटी से सीजीएसटी को 38,519 करोड़ रुपये और एसजीएसटी को 32,733 करोड़ रुपये का निपटान किया। नियमित निपटान के बाद, मई, 2024 में सीजीएसटी के लिए कुल राजस्व 70,928 करोड़ रुपये और एसजीएसटी के लिए 72,999 करोड़ रुपये हो गया।

इसी तरह, वित्त वर्ष 2024-25 में मई 2024 तक केंद्र सरकार ने 1,54,671 करोड़ रुपये के शुद्ध आईजीएसटी संग्रह से सीजीएसटी को 88,827 करोड़ रुपये और एसजीएसटी को 74,333 करोड़ रुपये का निपटान किया। निपटान के बाद, वित्त वर्ष 2024-25 में मई 2024 तक सीजीएसटी के लिए 1,65,081 करोड़ रुपये और एसजीएसटी के लिए 1,68,137 करोड़ रुपये का कुल राजस्व है।

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