New Delhi: केंद्रीय विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार), पीएमओ, कार्मिक, लोक शिकायत, पेंशन, परमाणु ऊर्जा और अंतरिक्ष राज्य मंत्री डॉ. जितेंद्र सिंह ने आज युवाओं से “सरकारी नौकरी” की मानसिकता छोड़ने की अपील की।
उन्होंने जम्मू में गांधी नगर के सरकारी महिला कॉलेज में सीएसआईआर-इंडिया इंस्टीट्यूट ऑफ इंटीग्रेटिव मेडिसिन द्वारा आयोजित 2-दिवसीय “राष्ट्रीय स्टार्टअप महोत्सव” का उद्घाटन किया। मंत्री ने स्टार्टअप की सफलता सुनिश्चित करने के लिए नवाचार, उद्यमशीलता और शुरुआती उद्योग संबंधों के महत्व पर बल देते हुए इस महोत्सव को जम्मू-कश्मीर के युवाओं को समर्पित किया।
डॉ. जितेंद्र सिंह ने क्षेत्र में कृषि-आधारित स्टार्टअप, विशेष रूप से बैंगनी क्रांति की अपार संभावनाओं पर बल दिया। इसने जम्मू-कश्मीर में 3,000 से अधिक युवाओं को लैवेंडर स्टार्टअप पहल के माध्यम से लाखों कमाने में सक्षम बनाया है। उन्होंने युवाओं को केवल सरकारी नौकरियों पर ध्यान केंद्रित करने के बजाय, अपनी योग्यता को पहचानने और उद्यमशीलता उद्यम को आगे बढ़ाने के लिए प्रोत्साहित किया।
मंत्री ने इस बात पर बल दिया कि जम्मू और कश्मीर का कृषि-स्टार्टअप पारिस्थितिकी तंत्र फल-फूल रहा है, भद्रवाह, डोडा जिले में लैवेंडर की खेती ने इस क्षेत्र को वैश्विक स्टार्टअप मानचित्र पर ला दिया है। मंत्री ने लैवेंडर की खेती और अन्य उच्च मूल्य वाले कृषि उद्यमों के विस्तार पर ध्यान देने के साथ, कृषि-स्टार्टअप में शहरी क्षेत्रों को अधिक से अधिक शामिल करने का आग्रह किया।
वर्तमान में भारत में दो लाख स्टार्टअप संचालित होने के साथ, देश ने वैश्विक स्टार्टअप पारिस्थितिकी तंत्र में तीसरा स्थान हासिल कर लिया है। विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी मंत्री ने कहा कि स्टार्टअप न केवल आर्थिक विकास को बढ़ावा दे रहे हैं बल्कि विशेष रूप से महिलाओं और स्वयं सहायता समूहों (एसएचजी) के लिए आकर्षक रोजगार के अवसर भी प्रदान कर रहे हैं।