New Delhi: इंडियन ऑयल ने भारत में पहली बार Reference Fuels (रेफरेंस गैसोलीन और डीजल ईंधन) का उत्पादन सफलतापूर्वक आरंभ किया है। इन ईंधनों का उपयोग ऑटोमोबाइल विनिर्माताओं और आईसीएटी (इंटरनेशनल सेंटर फॉर ऑटोमोटिव टेक्नोलॉजी) तथा एआरएआई (ऑटोमोटिव रिसर्च एसोसिएशन ऑफ इंडिया) जैसी जांच एजेंसियों द्वारा वाहन के अंशांकन और परीक्षण के लिए किया जाता है। इस उत्पाद का स्वदेशी विकास प्रधानमंत्री के “आत्मनिर्भर भारत” के विजन के अनुरूप है।
पेट्रोलियम एवं प्राकृतिक गैस मंत्री हरदीप सिंह पुरी इस उपलक्ष्य में गुरुवार को आयोजित एक कार्यक्रम में कहा, “इंडियन ऑयल के अनुसंधान एवं विकास केंद्र में उपलब्ध बौद्धिक प्रतिभा का उपयोग करते हुए, इंडियन ऑयल के पारादीप और पानीपत रिफाइनरियों द्वारा उत्पादित रेफरेंस फ्यूल्स का लॉन्च एक बड़ी उपलब्धि है।” उन्होंने कहा कि यह कदम हमारी स्वदेशी तकनीकी क्षमता पर मुहर लगाता है जो भारत सरकार के मेक इन इंडिया मिशन को गति देता है। उन्होंने कहा कि यह हमारे प्रधानमंत्री के आत्मनिर्भर भारत के विजन को बढ़ावा देने की एक और पहल है।
श्री पुरी ने कहा कि यह पहली बार है कि भारत रेफरेंस गैसोलीन और डीजल ईंधन के उत्पादन में प्रवेश कर रहा है। उन्होंने कहा, अंतरराष्ट्रीय मानकों के अनुरूप इन उत्पादों का घरेलू विकास इंडियन ऑयल की प्रतिभा और अथक परिश्रम का प्रमाण है। उन्होंने जोर देकर कहा कि यह उपलब्धि न केवल आयात पर भारत की निर्भरता को कम करती है बल्कि भारत के ऊर्जा उद्योग को विशिष्ट दक्षताओं से सुसज्जित चुनिंदा वैश्विक कंपनियों तक पहुंचाती है।
इंडियन ऑयल की रिफाइनरीज और आर एंड डी की टीमों ने कम से कम समय में इस उपलब्धि को हासिल करने के लिए कड़ी मेहनत की है। अंतर्राष्ट्रीय मानकों को पूरा करने के लिए ये उत्पाद प्रमाणन के तीन चरणों अर्थात रिफाइनरी लैब, आईओसीएल आर एंड डी सेंटर और एक अंतरराष्ट्रीय स्तर पर विख्यात एक तृतीय पक्ष प्रयोगशाला से गुजरे थे।
भारत इस विशिष्ट ईंधन की मांग को पूरा करने के लिए आयात पर निर्भर है। स्वदेशी रूप से विकसित ये उत्पाद वाहन निर्माताओं के लिए बेहतर कीमत और न्यूनतम समय सीमा पर आयात प्रतिस्थापन को बढ़ावा देंगे। रेफरेंस गैसोलीन फ्यूल पारादीप की इस प्रमुख रिफाइनरी से ई0, ई5, ई10, ई20, ई85, ई100 में उपलब्ध होगा। रेफरेंस डीजल ईंधन पानीपत रिफाइनरी से बी7 ग्रेड में उपलब्ध होगा।
रेफरेंस ईंधन (गैसोलीन और डीजल) प्रीमियम हाई-वैल्यू वाले उत्पाद हैं, जिनका उपयोग ऑटो ओईएम और ऑटोमोटिव क्षेत्र में परीक्षण और प्रमाणन से जुड़े संगठनों द्वारा वाहनों के अंशांकन और परीक्षण के लिए किया जाता है।
रेफरेंस ईंधन की विनिर्देश आवश्यकताएँ वाणिज्यिक गैसोलीन और डीजल की तुलना में अधिक सख्त हैं। भारत में रेफरेंस फ्यूल की मांग फिलहाल दूसरे देशों से आयात करके पूरी की जाती है।
इंडियन ऑयल द्वारा स्वदेशी रूप से विकसित उत्पाद ऑटोमोटिव उद्योग मानक (एआईएस) विनिर्देशों को पूरा करता है, आयात का विकल्प देता है और कम लीड टाइम के साथ बेहतर कीमत पर उपलब्ध है।
इंडियन ऑयल कॉर्पोरेशन लिमिटेड ने अपनी पारादीप रिफाइनरी में रेफरेंस गैसोलीन ईंधन (ई-5, ई-10 और ई-20) और अपनी पानीपत रिफाइनरी में रेफरेंस डीजल ईंधन (बी-7) के उत्पादन के लिए सुविधा केंद्र स्थापित की हैं।