New Delhi: 9 साल पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 2014 में स्वच्छता के लिए एक स्पष्ट संदेश देकर आह्वान किया था। सभी क्षेत्रों से आने वाले नागरिकों ने इसका स्वागत किया और सक्रियता दिखाते हुए स्वच्छ भारत के लिए स्वामित्व लेने में अत्यधिक उत्साह दिखाया। परिणामस्वरूप स्वच्छता एक राष्ट्रीय स्वभाव परिवर्तन बन गया और हर किसी की जुबान पर स्वच्छ भारत मिशन एक घरेलू नाम की तरह बन गया। मन की बात के 105वें एपिसोड में प्रधानमंत्री ने 1 अक्टूबर को सुबह 10 बजे सभी नागरिकों द्वारा सामूहिक रूप से स्वच्छता के लिए 1 घंटे के श्रमदान की अपील की, जो गांधी जयंती की पूर्व संध्या पर ही बापू को ‘स्वच्छांजलि’ होगी। स्वच्छता ही सेवा अभियान पर अपने विचार रखते हुए उन्होंने कहा, “1 अक्टूबर यानी रविवार को सुबह 10 बजे स्वच्छता पर एक बड़ा कार्यक्रम आयोजित होने जा रहा है। आप भी समय निकालकर स्वच्छता से जुड़े इस अभियान में सहयोग करें। आप भी अपनी गली, आस-पड़ोस… किसी पार्क, नदी, झील या किसी अन्य सार्वजनिक स्थान पर इस स्वच्छता अभियान में शामिल हो सकते हैं।”

अपने आस-पड़ोस से लेकर रेलवे ट्रैक तक, धार्मिक स्थानों से लेकर राजमार्गों तक, सार्वजनिक स्थानों से लेकर घरों तक, अब कचरा मुक्त भारत का समय है। हर स्थानीय शहरी निकाय और ग्राम पंचायत सफाई अभियान के लिए जगह का चयन करेगी। ये सभी स्थल एक मानचित्र पर उपलब्ध होंगे जिन्हें सभी नागरिक स्वच्छता ही सेवा- सिटिजन पोर्टल https://swachhatahiseva.com/ पर उपलब्ध विकल्पों के माध्यम से देख और चुन पाएंगे। NGO/ RWA और निजी संगठन आदि जो सफाई कार्यक्रम आयोजित करने के इच्छुक हों, वे भी यूएलबी/जिला प्रशासन, जो भी हो, इसी पोर्टल पर ऑनलाइन आवेदन कर पाएंगे। अनुमति मिलने के बाद वे सभी नए इवेंट क्रिएट कर पाएंगे। गतिविधि के समापन के बाद इवेंट क्रिएट करने वाले संगठनों को कार्यक्रम में हुई भागीदारी और उसके मुख्य अंश आदि का विवरण देना होगा। सफाई अभियान स्थल पर ही लोग अपने फोटो क्लिक कर इसी पोर्टल पर अपलोड कर सकेंगे। इसके अलावा उन्हें आधिकारिक हैशटैग: #SwachhBharat, #SwachhataHiSeva और हैंडल्स @SwachhBharatGov, @swachhbharat इत्यादि के साथ सोशल मीडिया पर भी साझा कर सकेंगे। स्वच्छता ही सेवा पोर्टल पर नागरिकों और इन्फ्लूएंसर्स को पखवाड़े से जुड़ने और स्वच्छता दूत बनने का निमंत्रण देने का भी प्रावधान है।

स्वच्छ भारत मिशन के 9 साल के उपलक्ष्य में 15 सितंबर से 2 अक्टूबर तक स्वच्छता पखवाड़ा- स्वच्छता ही सेवा 2023 का आयोजन किया जा रहा है। इस पखवाड़े में पुरानी इमारतों की मरम्मत से ले कर जल-निकायों की सफाई, घाटों की सफाई से ले कर दीवारों को रंगने, नुक्कड़ नाटकों से ले कर रंगोली प्रतियोगिताओं जैसे सभी काम हो रहे हैं। पखवाड़े के उद्घाटन से ले कर अब तक स्वच्छता ही सेवा अभियान से 5 करोड़ से भी अधिक नागरिक जुड़ चुके हैं।

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