New Delhi: भारत ने 100 गीगावाट स्थापित सौर ऊर्जा क्षमता को पार करके एक ऐतिहासिक उपलब्धि प्राप्त की है, जिससे अक्षय ऊर्जा में वैश्विक अग्रणी के रूप में अपनी स्थिति मजबूत की है। यह उल्लेखनीय उपलब्धि स्वच्छ, हरित भविष्य के लिए देश की प्रतिबद्धता का प्रमाण है और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा वर्ष 2030 तक 500 गीगावाट गैर-जीवाश्म ईंधन आधारित ऊर्जा क्षमता के अपने महत्त्वाकांक्षी लक्ष्य को साकार करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।
केंद्रीय नवीन और नवीकरणीय ऊर्जा मंत्री प्रल्हाद जोशी ने कहा, “प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में पिछले दस वर्षों में भारत की ऊर्जा यात्रा ऐतिहासिक और प्रेरणादायक रही है। सौर पैनल, सौर पार्क और रूफटॉप सौर परियोजनाओं जैसी पहलों में क्रांतिकारी बदलाव हुए हैं। परिणामस्वरूप, आज भारत ने 100 गीगावाट सौर ऊर्जा उत्पादन का लक्ष्य सफलतापूर्वक प्राप्त कर लिया है। हरित ऊर्जा के क्षेत्र में भारत न केवल आत्मनिर्भर बन रहा है, बल्कि विश्व को एक नई राह भी दिखा रहा है।
केंद्रीय मंत्री श्री जोशी ने कहा कि यह उपलब्धि स्वच्छ और हरित भविष्य के प्रति अथक प्रतिबद्धता से प्रेरित है। उन्होंने कहा कि पीएम सूर्यघर मुफ्त बिजली योजना रूफटॉप सौर ऊर्जा को एक वास्तविकता बना रही है और यह स्थायी ऊर्जा में एक गेम-चेंजर है, जो हर घर को स्वच्छ ऊर्जा से सशक्त बनाती है।